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पीएम मोदी के सांप्रदायिक भाषण को लेकर सीपीएम नेता FIR कराने पहुँचे, पुलिस ने किया इंकार

 23 Apr 2024

राजस्थान के बाँसवाड़ा में भड़काऊ भाषण देने की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के निशाने पर हैं। इस मसले पर सीपीआई (एम) नेता वृंदा करात ने दिल्ली के मंदिर मार्ग थाने पर एफआईआर कराने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज करने से भी इंकार कर दिया। बाद में उन्होंने अपनी शिकायत दिल्ली पुलिस आयुक्त को भेज दी। सीपीआई (एम) ने कहा है कि कोई भी नागरिक, चाहे वह कितना भी ऊंचे पद पर हो,   कानून से ऊपर नहीं हो सकता है। इसलिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कानून के तहत एफआईआर दर्ज करना पुलिस का कर्तव्य है।




पार्टी ने क्या कहा

सीपीएम की ओर से जारी  एक बयान में कहा गया है कि पार्टी नेता नेता बृंदा करात और पुष्पिंदर सिंह ग्रेवाल ने पीएम मोदी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मंदिर मार्ग एसएचओ से संपर्क किया था। लेकिन पुलिस स्टेशन ने शिकायत स्वीकार करने से मना कर दिया। इसलिए सीपीआई (एम) ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त को शिकायत भेजी है। वृंदा करात और पुष्पिंदर सिंह ग्रेवाल ने इस शिकायत में मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन के एसएचओ को संबोधित करते हुए लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान समुदायों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने वाला है। जो भारत की राष्ट्रीय एकता के लिए भी हानिकारक है।

शिकायती पत्र में लिखा गया है कि नरेंद्र मोदी के भाषण को हम धारा 153ए/153बी/298/504/505 आईपीसी के तहत अभद्र भाषा मानते है। सीपीआई(एम) ने दावा किया कि मोदी का भाषण भारत के सांप्रदायिक विवाद के ऐतिहासिक मौकों की याद दिलाता है। इस तरह के भाषणों को गंभीरता से लेना चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी ने भाषण में जानबूझकर और रणनीतिक रूप से मुस्लिम विरोधी बात का इस्तेमाल किया ताकि हिंदू समुदाय को यह बताया जा सके कि उनकी संपत्ति खतरे में है।


शिकायत में मोदी के भाषण का जिक्र

शिकायत पत्र में वृंदा करात और पुष्पिंदर सिंह ग्रेवाल ने प्रधानमंत्री के भाषणों को लेकर लिखा कि प्रधानमंत्री ने कहा है,  "अगर कांग्रेस की सरकार बनेगी तो सभी की प्रॉपर्टी का सर्वे किया जाएगा। हमारी माताओं और बहनों के पास सोना कितना है, इसकी जांच की जाएगी और इसका हिसाब किया जाएगा। आदिवासी परिवार के पास सोने के मुकाबले चांदी होती है इसका भी हिसाब किया जाएगा। जो सोना और संपत्ति को समान रूप से वितरण कर दी जाएगी। क्या आप आप आप इस बात को मानेंगे? महिला का मंगलसूत्र उसके जीवन की यादो से जुड़ा होता है। यह सोने की कीमत का मुद्दा नहीं है। लेकिन कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में इस को छीनने की बात कर रही है। पहले जब उनकी सरकार थी, उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। इसका मतलब किसको बाटेंगे? जिसके ज्यादा बच्चे है और घुसपैठिये है उनको बाटेंगे।"

उधर, राजस्थान के सीकर से सीपीआई(एम) के उम्मीदवार अमरा राम ने भी प्रधानमंत्री के खिलाफ पुलिस से शिकायत दर्ज करने का आग्रह किया। एक बयान में अमरा राम ने कहा है कि मोदी ने देश के मुस्लिम समुदाय पर अत्यधिक आपत्तिजनक टिप्पणी की है जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। टिप्पणी की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से आग्रह है कि वह प्रधानमंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।

प्रधानमंत्री के आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर दो दिन हो चुके है। सीपीआई(एम) के अलावा कांग्रेस ने भी इस मामलों को लेकर शिकायत की है। लेकिन पुलिस और चुनाव आयोग की तरफ से अभी तक कोई करवाई नहीं हुई है।